वार्षिक टोल पास (Annual Toll Pass) क्या है?
Annual Toll Pass: जब हम हाईवे या टोल रोड से गुजरते हैं तो हर बार टोल टैक्स देना पड़ता है, लेकिन अगर कोई व्यक्ति उस टोल रोड से बार-बार पूरे साल गुजरता है (जैसे ऑफिस, बिज़नेस, डेली ट्रैवल), तो हर बार टोल देने की बजाय वह एक साल का फिक्स अमाउंट देकर Annual Toll Pass बनवा सकता है।
Annual Toll Pass (वार्षिक टोल पास) एक पूर्व भुगतान (prepaid) सुविधा है। आपने एक बार ₹3,000 देकर पूरे साल (या 200 यात्रा तक) राष्ट्रीय राजमार्गों (NH) और एक्सप्रेसवे (NE) पर टोल बिना बार-बार भुगतान किए उपयोग कर सकते हैं। यह सुविधा केवल प्राइवेट गाड़ियों (कार, जीप, वैन) के लिए उपलब्ध है। यह pass आपके मौजूदा FASTag से जुड़ जाता है।
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वार्षिक टोल पास की विशेषताएँ और फायदे क्या है?
- ₹3,000 का एक बार भुगतान — पूरे वर्ष या 200 टोल यात्रा (जो पहले हो), उसके लिए मान्य।
- लगभग ₹15–₹20 प्रति यात्रा की लागत — सामान्य टोल से काफी सस्ता।
- FASTag टैग से सीधा लिंक — कोई नया टैग नहीं चाहिए अगर आपका FASTag पहले से सक्रिय है।
- पैसे की बचत – रोज़-रोज़ टोल देने से सस्ता पड़ता है।
- समय की बचत – बार-बार कैश/फास्टैग में चार्ज करने की झंझट नहीं।
- स्थानीय लोगों के लिए सुविधा – जिनका घर या काम उस टोल रोड के पास है, उनके लिए यह स्कीम बहुत उपयोगी है।
- प्रयोग में पारदर्शिता और आसानी।
सरल शब्दों में: Annual Toll Pass मतलब पूरे साल के लिए टोल फ्री पास, जिसके बदले आप एक तय रकम भरते हैं।
Annual Toll Pass कहाँ से और कैसे बनवाएँ?
आजकल ज्यादातर FASTag से ही Annual Pass लिंक हो जाता है।
1. ऑनलाइन तरीका (FASTag आधारित टोल पास)
- आजकल टोल पास FASTag से जुड़ा हुआ होता है।
- NHAI FASTag Portal
- बैंक ऐप्स (HDFC, ICICI, SBI, Paytm, Airtel Payments Bank आदि)
- MyFASTag मोबाइल ऐप
यहाँ आप मासिक (Monthly Pass) या वार्षिक (Yearly Pass) चुन सकते हैं।
2. ऑफलाइन तरीका (टोल प्लाज़ा से)
- जिस टोल प्लाज़ा से आप रोज़ गुजरते हैं, वहाँ पर टोल मैनेजमेंट ऑफिस होता है।
- वहाँ आप गाड़ी का RC, ID proof, गाड़ी का फोटो और पास के पैसे देकर पास बनवा सकते हैं।
- पास मिलते ही गाड़ी पर स्टिकर या FASTag लिंक कर दिया जाता है।
3. जरूरी बातें
- पास केवल लोकल रेज़िडेंट्स के लिए सस्ता मिलता है (जैसे गाँव/शहर वाले जो उसी टोल रोड पर रहते हैं)।
- अगर आप कमर्शियल व्हीकल रखते हैं, तो उसका अलग रेट होता है।
- पास हमेशा एक टोल प्लाज़ा के लिए मान्य होता है।
4. आप वार्षिक पास भी FASTag के साथ लिंक कर सकते हैं।
इसके लिए NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) या बैंक/पेमेंट ऐप (जैसे Paytm, HDFC, ICICI, SBI आदि) से FASTag खरीदना पड़ता है।
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FASTag कहाँ से बनवाएँ?
आप FASTag इन तरीकों से ले सकते हैं:
- Bank (HDFC, ICICI, SBI, Axis, Kotak आदि)
- Paytm, PhonePe, Google Pay
- NHAI की वेबसाइट / MyFASTag App
- Toll Plaza पर सीधे काउंटर से
FASTag बनवाने के लिए ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स क्या है?
- RC (Registration Certificate) की कॉपी
- वाहन मालिक का ID Proof (Aadhar, PAN, DL)
- Passport size फोटो (कुछ जगहों पर optional)
FASTag कैसे Apply करें?
उदाहरण – अगर आप Paytm FASTag लेना चाहें:
1. Paytm App खोलें
2. “FASTag” search करें
3. अपनी गाड़ी का नंबर डालें
4. RC की फोटो अपलोड करें
5. Payment करें (लगभग ₹400–₹500, जिसमें ₹250 सिक्योरिटी + ₹150 balance होता है)
6. आपका FASTag घर पर Courier हो जाएगा
7. इसे अपनी गाड़ी की विंडस्क्रीन पर चिपकाना है
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FASTag Recharge कैसे करें?
- आप Paytm, PhonePe, GPay, UPI, Net Banking, Debit/Credit Card से recharge कर सकते हैं
- Minimum recharge ₹100–₹200 से शुरू होता है
- Toll Plaza पर जाते ही अपने आप पैसे कट जाते हैं
FASTag Balance कैसे चेक करें?
- MyFASTag App
- SMS Alert (हर transaction पर मैसेज आता है)
- आपके बैंक/UPI App से
अब आप बिना रुके टोल प्लाज़ा से निकल सकते हैं – और जुर्माने से भी बचेंगे क्योंकि अब FASTag अनिवार्य है।
महत्वपूर्ण बातें
- एक पास केवल एक ही वाहन और FASTag के लिए मान्य है—ट्रांसफ़र नहीं हो सकता।
- पास सिर्फ़ एक विशेष टोल प्लाज़ा पर मान्य होगा।
- अगर आप कई टोल से गुज़रते हैं, तो हर टोल के लिए अलग पास बनाना पड़ेगा।
टोल क्या होता है? हम Toll Tax क्यों देते हैं?
टोल एक प्रकार का शुल्क (Tax / Charge) है, जो सरकार या प्राइवेट कंपनी सड़क (Highway/Expressway/Bridge/Tunnel) बनाने और उसकी देखरेख करने के बदले वाहन चालकों से लेती है।
1. सड़क बनाने और मरम्मत के लिए पैसा
- हाइवे और एक्सप्रेसवे बनाने में बहुत खर्च आता है।
- इसलिए सरकार इन पैसों को टोल टैक्स से वसूल करती है ताकि सड़कें बेहतर बनी रहें।
2. रखरखाव और सुरक्षा
- टोल से मिलने वाले पैसे से सड़क की मरम्मत, सफाई, लाइटिंग और सुरक्षा (CCTV, पेट्रोलिंग) होती है।
3. तेज़ और आरामदायक यात्रा
- टोल वाली सड़कें ज़्यादातर स्मूद और फास्ट होती हैं।
- इससे पेट्रोल/डीजल भी बचता है और समय भी।
4. सरकार पर कम बोझ
- अगर टोल न हो, तो सारा पैसा टैक्स से ही आएगा।
- टोल से सरकार को मदद मिलती है कि टैक्स का बोझ सब पर बराबर न पड़े।
5. निजी निवेश को प्रोत्साहन
- कई हाइवे प्राइवेट कंपनियां बनाती हैं (PPP मॉडल)।
- उन्हें निवेश वापस लेने का तरीका टोल कलेक्शन ही होता है।
आसान भाषा में: टोल इसलिए ज़रूरी है ताकि सड़कें अच्छी बनी रहें, उनकी मरम्मत होती रहे, और हमें तेज़ व आरामदायक सफ़र मिले।
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